बुधवार, 24 जुलाई 2024

सच्चाई और अच्छाई

सच्चाई की हमेशा जीत होती है !
फिर भी झूठ की बड़ी खरीद होती है !!
सामूहिक सच, व्यक्तिगत सच, सारे अलग अलग !
सब आपस में उलझे हुए, अच्छाई के आंसू गए छलक !!

सत्य वही जिसका प्रमाण के साथ सत्यापन हो ! 
चाहे झूठे सारे साक्ष्य उसके, जैसे विज्ञापन हो !!
इस द्युत से बचकर मर्यादित अच्छाई  हार जाती है !
सच होने की होड़ में झूठ अच्छाई को पछाड़ जाती है !!

जब लोग डरकर दुबक लें, अच्छाई से किनारा करें,
हिंसा मान कर, आत्मरक्षा और प्रतिकार को दुत्कारा करें !!
तब बेसहारा अच्छाई अपना सच साबित कर नहीं पाती!
अच्छे लोगो के अकर्मण्य होने से वो लड़ नहीं पाती !! 

प्रत्यक्ष को भी भ्रम ना होने का, सच होने का प्रमाण चाहिए !
अच्छाई  को सच्चाई बनाने के किये कई बलिदान चाहिए !!
अब तो समझ जाओ, जीतने के लिए पहले लड़ना ज़रूरी है !
कभी कभी, ज़िंदा हो तुम ये बताने के लिए मरना ज़रूरी है !! 

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