कहां ब्रम्हगुप्त, कहां मुनी अगस्त?
ग्रैजुएट, मास्टरस कितने पढ़े लिखे
एक मैथ्स की प्रौबलेम, सबको दस्त!
ज़िरो दिया हमने, दिया दशम्ळव,
लगे रट्टा मार, मरे साईंस का लव!
त्रीकोणमिती देने वाले, थीटा पाई से डर गए!
लगा कैलकुलेटर हाथ, बंदे बिगड़ गए!!
फ्लौड (3) , तेरी शिक्षा नीती !
कहीं अच्छी थी अपनी, दिक्षा नीती !!
परमार का पता है, न मुक्तपीड़ का पता!
शुश, पता न चले सोहेलदेव की कथा !!
भर भर के झूठ, ईतीहास के नाम परोसते रऔ!
लालची लुटेरे पुर्वज सोच सोच कोसते रऔ !
विद्या ददाती विनयम् , विनए ददाती पात्रताम् !
पंद्रह से सत्रह साल की पढ़ाई, मै निकला बेशरम !!
190 साल की लड़ाई, कोट पैंट टाई में गवाई !
संघर्ष ६१० साल का निरंतर, हमको नहीं पढाई ?
फ्लौड (3) , तेरी शिक्षा नीती !
कहीं अच्छी थी अपनी, दिक्षा नीती !!
१२ साल की स्कूलिंग, ५ साल की इंजीनियरिंग
हम सब सारे हुक्म के गुलाम, बजट फेयरिंग !!
१२ साल की स्कूलिंग, ५ साल की इंजीनियरिंग
हम सब सारे हुक्म के गुलाम, बजट फेयरिंग !!