खुद को जानने का,
दुविधा को हटाकर
भ्रांतिया सब घटाकर
सत्य को मान्ने का
" टेम आ गया है। "
जिन पर हम हसते रहे
हरबार उन्ही बातों से
तिरस्कृत जज़्बातों से
घरशत्रु हमे डसते रहे
पर अब, टेम आ गया है।
विदेशों में सम्मान मिले
वो सनातन को चाहे
हम माने गहे बगाहे।
उसपर भी फरमान मिले।
अब नहीं, टेम आ गया है।
भगवाकरण ? है, तो है।
वेदो से सीख, आचरण
धर्म हेतु मृत्यु का वरण
कम्युनल ? है, तो है।
टेम आ गया है।
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