मंगलवार, 13 अगस्त 2019

क्या है पाकिस्तान?

जिन्नाः का लोभ, या इक्बाल का क्षोभ !
या ग़ज़वा-ए -हिन्द को मुकाम चाहिए था ?
नेहरू  की महत्वकांशा, चर्चिल की प्रत्याशा !!
वर्चस्व के लोभ में , हुकूमत-ए -इंतज़ाम चाहिए था !

कोई भाई रहा , कोई चारा बना संताप कर। 
कौम पर मज़हबी रंग चढ़ गया, नये वतन के नाम पर  !!
दिवाली में अली ना रहा, ना रमज़ान में राम,
हर रिश्ता बिगड़ गया, अर्थी कफ़न के अंजाम पर  !

सुर्ख  कलकत्ता की सड़कें गवाह है
जूनून की इतहां हुई,  किसी को इंसान रहने ना दिया ।
सिर्फ इतना सा गुनाह की अलग धर्म था
किसी को हिन्दू, किसी को मुसलमान रहने ना दिए !!

२० लाख शवों पे चढ़ कर, सिंघासन डाल इतराते रहे
सत्ता का हस्तांतरण हुआ , ये बताते रहे हम स्वतंत्र हुए !
माँ के हाथों को काटने में लाज नहीं आई कपूतों को !
कब्ज़ेबाज़ो के विधान को थोपकर, हम गण वे तंत्र हुए !!

इस्लाम को हक़-ओ- मुकाम मिले इसकी कवायत
या के विश्व के हुकूमतों की कारीस्तन!
जो भी हो, भारत माँ पर किया गया एक सडयंत्र है
कोई मुल्क नहीं है, पडोसी नहीं है, पकिस्तान !




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